रामायण कथा: अरण्यकाण्ड भाग 02 | भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण 🏰

देखें रामायण के अरण्यकाण्ड का भाग 02 और जानिए प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में हो रहे भव्य मंदिर निर्माण की खबर। साथ ही, 'Har Ghar Mandir Har Ghar Utsav' गीत भी देखें।

रामायण कथा: अरण्यकाण्ड भाग 02 | भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण 🏰
Tilak
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रामायण कथा: अरण्यकाण्ड भाग 02 | भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण 🏰

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Watch the video song of ''Har Ghar Mandir Har Ghar Utsav"' here - https://youtu.be/dsLUAP58ARc

प्रभु श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण और उनके स्वागत के प्रति उल्लास एवं उत्साह व्यक्त करती हुई लिए तिलक की नवीन प्रस्तुति "हर घर मंदिर हर घर उत्सव"।

"Har Ghar Mandir Har Ghar Utsav" -A new presentation by Tilak expressing joy and enthusiasm for the grand temple construction at Lord Shri Ram's Janmbhoomi, Ayodhya.

Watch the story of "Aranya Kaand - Part 02" now!

शूर्पणखा अपने अपमान का बदला लेने के लिए अपने भाई खर और दूषण के पास जाती है और अपने अपमान का बदला लेने के लिए कहती है। खर दूषण श्री राम से युद्ध करने के लिए अपनी सेना को लेकर निकल पड़ते हैं। श्री राम खर दूषण को चेतावनी देते हैं लेकिन वो नहीं मानते तो श्री राम अपनी माया शक्ति से उनकी सेना को आपस में ही लड़वा देते हैं। अंत में श्री राम खर और दूषण का भी वध कर देते हैं। शूर्पणखा यह देख कर अपने भाई रावण के पास जाती है और उनसे अपने अपमान का बदला लेने के लिए सीता का हरण करने के लिए कहती है। रावण की सभा में उसका भाई विभीषण भी बैठा था वह सब कुछ सुनकर रावण को समझाता है लेकिन रावण उसकी एक नहीं सुनता और मारीच के साथ मिलकर सीता जी का हरण करने की चल चलता है। मारीच भी रावण को समझता है लेकिन रावण के सिर पर अपनी बहन का अपमान और सीता को हरण करने की सोच हावी हो चुकी थी। मारीच रावण की बात मान कर सोने का मृग बन जाता है और सीता जी के सामने चला जाता है सीता जी उस मृग को देख कर मोहित हो जाती है और श्री राम को उसे लाने के लिए भेज देती है। श्री राम के आते ही मारीच भागने लगता है और श्री राम को दूर ले जाता है जैसे ही श्री राम को समझ आता है की ये कोई मायावी है तो वो उस पर बाण चला देते हैं।

मारीच बाण लगते ही श्री राम की आवाज़ में लक्ष्मण और सीता को मदद के लिए पुकारने लगता है। श्री राम क्की आवाज़ सुन सीता जी लक्ष्मण को श्री राम की मदद के लिए भेजती है तो लक्ष्मण कुटिया के चारों ओर लक्ष्मण रेखा खिंच का उस कुटिया को मंत्र से सुरक्षित बना देता है और सीता जी को कहता है की वो इस रेखा के बाहर ना जाए। लक्ष्मण के जाते ही सीता जी को अकेले देख रावण ब्राह्मण का भेष बदल कर आता है और सीता जी से भिक्षा माँगता है। रावण को भिक्षा देने के लिए जैसे ही सीता जी रेखा पर करके बाहर जाती है तो रावण उन्हें उठा लेता है और अपने साथ अपने पुष्पक विमान में बैठा कर लंका की ओर चल पड़ता है। जटायु रावण को रोकने की कोशिश करते हैं लेकिन रावण जटायु के पंख काट देता है जिस से जटायु ज़मीन गिर जाता है। श्री राम और लक्ष्मण वापस लौटते हैं तो सीता जी को नहीं पाते दोनों सीता जी को खोजने के लिए वन में जाते हैं तो उन्हें जटायु दिखता है जटायु उन्हें सारी बात बताता है। श्री राम जटायु की मृत्यु के बाद उसका संस्कार करते हैं और वन में आगे बढ़ते हैं। रस्ते में उन्हें कबंध रक्षस मिलता है जो एक गंधर्व देवता था श्राप के कारण राक्षस बन गया था। श्री राम उसके श्राप को समाप्त करते हैं और गंधर्व उन्हें सीता जी को खोजने के लिए हनुमान और सुग्रीव को खोजने के लिए कहते हैं जिसके बारे में शबरी उन्हें बता सकती है। शबरी श्री राम की भक्त थी वो उनका इंतज़ार कर रही थी की वो कब आएँगे और उसे उनके दर्शन प्राप्त होंगे। शबरी को उसके गुरु ने पहले ही बता दिया था की एक दिन श्री राम अपनी पत्नी सीता जी को खोजते हुए यहाँ आएँगे और जब वो यहाँ आए तो तुम उन्हें सुग्रीव और हनुमान जी का पता बता देना ताकि वो उनकी मदद से रावण का वध कर सीता को वापस पा सके। श्री राम शबरी के पास जाते हैं शबरी श्री राम और लक्ष्मण को मीठे बेर खिलाती है और उन्हें सुग्रीव के पास जाने का रास्ता बताती है।

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रामायण एक भारतीय टेलीविजन श्रृंखला है जो इसी नाम के प्राचीन भारतीय संस्कृत महाकाव्य पर आधारित है। यह श्रृंखला मूल रूप से 1987 और 1988 के बीच दूरदर्शन पर प्रसारित हुई थी।
इस श्रृंखला के निर्माण, लेखन और निर्देशन का श्रेय श्री रामानंद सागर को जाता है। यह श्रृंखला मुख्य रूप से वाल्मीकि रचित 'रामायण' और तुलसीदास रचित 'रामचरितमानस' पर आधारित है।
इस धारावाहिक को रिकॉर्ड 82 प्रतिशत दर्शकों ने देखा था, जो किसी भी भारतीय टेलीविजन श्रृंखला के लिए एक कीर्तिमान है।

निर्माता और निर्देशक - रामानंद सागर
सहयोगी निर्देशक - आनंद सागर, मोती सागर
कार्यकारी निर्माता - सुभाष सागर, प्रेम सागर
मुख्य तकनीकी सलाहकार - ज्योति सागर
पटकथा और संवाद - रामानंद सागर
संगीत - रविंद्र जैन
शीर्षक गीत - जयदेव
अनुसंधान और अनुकूलन - फनी मजूमदार, विष्णु मेहरोत्रा
संपादक - सुभाष सहगल
कैमरामैन - अजीत नाइक
प्रकाश - राम मडिक्कर
साउंड रिकॉर्डिस्ट - श्रीपाद, ई रुद्र
वीडियो रिकॉर्डिस्ट - शरद मुक्न्नवार

Ramayan is an Indian television series based on ancient Indian Sanskrit epic of the same name. The show was originally aired between 1987 and 1988 on DD National. It was created, written, and directed by Ramanand Sagar. The show is primarily based on Valmiki's 'Ramayan' and Tulsidas' 'Ramcharitmanas'.

Produced & Directed by Ramanand Sagar
Associate Directors - Anand Sagar, Moti Sagar
Executive Producers - Subhash Sagar, Prem Sagar
Chief Technical Advisor - Jyoti Sagar
Screenplay & Dialogues - Ramanand Sagar
Music - Ravindra Jain
Title Song - Jaidev
Research & Adaptation - Phani Majumdar, Vishnu Mehrotra
Editor Subhash Sehgal
Cameraman - Ajit Naik
Lighting - Ram Madkaikar
Sound Recordist - Sripad, E Rudra
Video Recordist - Sharad Mukkannwar
#Ramayan #RamayanonYouTube

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02:00:59

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Jan 11, 2022

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